: प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिषन 2047 को किया लांच
रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पूरे देष में मनाई जाएगी
आयुष्मान योजना गरीबों के लिए सुरक्षा कवच-
प्रधानमंत्री ने 3 करोड़ 57 लाख डिजिटल आयुष्मान कार्ड वितरण का किया शुभारंभ
शहडोल 1 जुलाई 2023-। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज रानी दुर्गावती की इस पावन धरती मे आने का सौभाग्य हमंे मिला है, उनकी प्रेरणा से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुभारंभ हो रहा है । इस धरती से देश बड़ा संकल्प ले रहा है जो जनजातीय समाज को सुरक्षित बनाने का है । यह उदबोधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई को शहडोल ज़िले के लालपुर में आयोजित वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह,राष्ट्रीय सिकल सेल अनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 एवं एक करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड के वितरण कार्यक्रम में दिया। कार्यक्रम राज्यपाल मंगू भाई पटेल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान,केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उर्वरक एवं रसायन मंत्री डॉ मनसुख मांडवीया की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित हुआ । प्रधानमंत्री जी का समारोह स्थल में राज्यपाल श्री पटेल ने बैगा जनजाति आभूषण, वीरंन माला से स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने विषेष साफा बैगा फेटा पहनाकर प्रधानमंत्री जी का स्वागत किया। समारोह में जनजातीय लोकरंग से ओत-प्रोत शैला नृत्य तथा गेंडी नृत्य से प्रधानमंत्री जी का स्वागत किया गया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि सिकल सेल एनीमिया की बीमारी से हर साल लगभग ढाई लाख परिवार प्रभावित होते है। उन्होने कहा कि देष के अलग अलग जनजातीय बाहुल्य इलाकों मे अपना समय व्यतीत किया है । सिकल सेल एनीमिया की बीमारी अत्यंत कष्टप्रद है, इसमे मरीज के जोड़ो मे दर्द, सूजन, थकावट, पीठ एवं पैर मे असहनीय दर्द होता है। यह बीमारी परिवार को बिखेर कर रख देती है। यह बीमारी माता पिता से बच्चो मे आती है, जिसके कारण बच्चा जीवन भर चुनौतियो से जूझता है ।
उन्होने बताया कि पूरी दुनिया के सिकल सेल एनीमिया के 50 फीसदी मामले अकेले भारत मे ही होते है। पिछले कुछ दषको मे इसकी चिंता नही की गई। जनजातीय बंधुओ के इस दर्द को हमारी सरकार ने समझा है और इस चुनौती को हल करने का बीड़़ा उठाया है। उन्होने बताया कि गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पूर्व से वर्तमान राज्यपाल मंगुभाई पटेल के साथ आदिवासी क्षेत्रों में जागरूकता लाने के लिए कई अभियान शुरू किए। प्रधानमंत्री बनने के पष्चात जब वे जापान की यात्रा पर गए थे तब यहां उन्होने नोबल विजेता जापानी वैज्ञानिक से इस बीमारी के इलाज के लिए मदद मांगी ।
कुण्डली मिलाकर नही सिकल सेल रिपोर्ट मिलाकर विवाह करें
सिकल सेल एनिमिया से मुक्ति का अभियान भारत के अमृत काल का मिषन बनेगा, इसके लिए वर्ष 2047 तक हम सब मिलकर आदिवासी समाज, परिवार व देष कोे इस बीमारी से मुक्ति दिलायेगे। इसके लिए हम सबको अपना दायित्व निभाना होगा। इस बीमारी के मरीज को खून की जरूरत होती है जिसके लिए ब्लड बैंक खोले जा रहे है, साथ ही बोन मैरो ट्रांसप्लाट की सुविधा को बढ़ाया जा रहा है । उन्होने बताया कि कोई भी व्यक्ति इस बीमारी का वाहक हो सकता है और यह बीमारी उसकी संतान मे आ सकती है, इसलिए व्यक्ति की स्क्रीनिंग करना बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सभी से अपील की है कि जिस प्रकार हम विवाह के लिए वर वधु की कुण्डली का मिलान करते है उसी तरह विवाह के पहले लड़का, लड़की की सिकल सेल एनीमिया की जांच रिपोर्ट का भी मिलान करने के बाद ही विवाह करना चाहिए। इस तरह हम इस बीमारी को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाने सेे रोक सकते है। उन्होने सभी से अपील की कि हर व्यक्ति अपनी स्क्रीनिंग करवाएं और इस अभियान से जुड़े।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बताया कि वे आप ही के बीच से आए है। उन्हें पता है कि बीमारी एक इंसान को ही नही बल्कि पूरा परिवार को प्रभावित करती है। सरकार इस गंभीर बीमारी को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस कड़ी में वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त किया जाएगा । वर्ष 2013 में कालाजार के 13 हजार मामलें हुआ करते थे, जो अब घटकर 1 हजार से भी कम है। वर्ष 2013 में मलेरिया के 10 लाख से अधिक मामले थे, जो वर्ष 2022 में दो लाख से कम हो चुके है। इसी तरह वर्ष 2013 में सवा लाख कुष्ठ रोगी हुआ करते थे, जो अब कम होकर 70 हजार हो चुके है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि बीमारी में लगने वाले खर्चे को कम कर गरीब व्यक्ति को राहत दी जाए। इसलिए आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना प्रारंभ की गई है। इसके तहत आयुष्मान कार्ड धारक व्यक्ति का पांच लाख रूपये तक का इलाज देष के चिन्हित अस्पतालों में निःषुल्क किया जा रहा है। यह कार्ड आपके बैंक एटीएम की भांति कार्य कर रहा है। इसका लाभ यह है कि कोई भी चिन्हित अस्पताल इलाज के लिए न तो मना कर पाएगा और न ही पैसो की मांग करेगा। यह पंाच लाख रूपये की गारंटी मोदी सरकार की गारंटी है। उन्होने बताया कि अब तक पंाच करोड़ लोगो का इलाज इस योजना के तहत किया जा चुका है अगर यह योजना प्रारंभ नही होती तो अब तक एक लाख करोड़ रूपये से ज्यादा की राशि गरीब परिवारों को वहन करनी पड़ती है। व्यक्ति को इलाज के लिए जमीन जायदाद तक बेचना पड़ता है इस मुश्किल घडी मे सरकार गरीब के साथ खडी है। गरीब की चिंता कम करने की गारंटी यह आयुष्मान कार्ड है । आज एक करोड़ लोगो को आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा रहे है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीब को 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राषन, आयुष्मान भारत निरामय योजना के अंतर्गत 50 करोड़ लोगो को स्वास्थ्य बीमा, उज्जवला योजना अंतर्गत 10 करोड़ महिलाओं को निःषुल्क गैस सिलेण्डर देकर धुएं से मुक्ति दिलाई गई है। मुद्रा योजना के अंतर्गत साढ़े आठ करोड़ युवाओं को स्वरोजगार प्रदान किया है । राष्ट्र की नई षिक्षा नीति के तहत स्थानीय भाषा में पढ़ाई करने की सुविधा का प्रावधान किया गया है । सरकार ने 400 से अधिक एकलव्य स्कूलों में जन जातीय छात्र छात्राओं को षिक्षा के साथ साथ आवासीय सुविधा उपलब्ध करा रही है, जिससे जन जातीय छात्र छात्राओं को भी मंहगी और रोजगारन्मुखी षिक्षा प्राप्त हो पाई है। मप्र में 24 हजार विद्यार्थी इन स्कूलो मे अध्ययन कर रहे है। जन जातीय मंत्रालय बनाकर हमारी सरकार ने इसका बजट तीन गुना बढ़ा दिया है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि फारेस्ट राईट एक्ट के तहत अब तक 20 लाख से अधिक पट्टे बांटे जा चुके है । पेसा एक्ट लागू कर विषेष अधिकार आदिवासी भाईयांे को दिया गया है। उनकी परंपरा , कला, कौशल के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आदि महोत्सव जैसे महोत्सव आयोजित किए जा रहे है। भगवान बिरसा मुण्डा के जन्म दिन को जन जातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियो की स्मृति में म्यूजियम भी बनाए जा रहे है । छिंदवाडा विष्व विद्यालय का नाम शंकर शाह जी के नाम पर, पाताल पानी स्टेषन का नाम बदलकर टंट्या मामा किया गया है । आदिवासी नायकों का सम्मान हम सभी का सम्मान है। आदिवासी समुदाय को पुष्पित एवं पल्लवित करने के लिए सरकार के प्रयास लगातार जारी रहेगे। 5 अक्टूबर को वीरांगना रानी दुर्गावती जी की 500वीं जन्म शताब्दी पूरे देष में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी, उनकी शौर्य एवं पराक्रम को जन जन तक पहुंचाने के लिए फिल्म निर्माण करेगी एवं चंादी का सिक्का एवं डाक टिकट जारी किया जाएगा। हम सब एक जुट होकर विकसित भारत के सपनंेे को साकार करेगे और देष को विष्व मानस पटल पर स्थापित कर विकास की नई गाथा गढ़ेगे।
जबलपुर में बनेगा रानी दुर्गावती का विषाल स्मारक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शहडोल आगमन पर स्वागत करते हुए कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस 24 जून के उपलक्ष्य में पांच स्थानों से गौरव यात्रा निकाली गई थी। इन गौरव यात्राओं का आज शहडोल में समापन हो गया है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि 05 ई को रानी दुर्गावती का 500 वां जन्मदिन है। इसे यादगार बनाने के लिए जबलपुर में रानी दुर्गावती का विशाल स्मारक बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के वीर एवं महापुरुषों रानी दुर्गावती, रघुनाथ शाह, रानी कमलापति, शंकरशाह, टंट्या मामा के स्मारक बनाकर उन्हें सम्मान देने का काम हमारी सरकार ने किया है। आज शहडोल से प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रदेश के 01 करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड देने का शुभारंभ किया जा रहा है। आज प्रदेश के 25 हजार ग्रामों में ग्राम सभा का आयोजन कर आयुष्मान कार्ड वितरण के साथ इस योजना की जानकारी ग्रामीणों को दी जा रही है। आज शहडोल से ही राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह गरीबों की जिंदगी बदलने का अभियान है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जल जीवन मिशन प्रारंभ कर हर घर में नल से शुद्ध जल देने की व्यवस्था की है। प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों को पक्का मकान दिया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्रदेश के 83 लाख किसानों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयासों से देश तेजी से विकास कर रहा है और पूरी दुनिया म़े देश का मान-सम्मान बढ़ा है।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार होने के कारण गरीबों और जरूरतमंद लोगों के कल्याण के लिए योजनाओं बनाकर लागू की गई हैं मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में महिलाओं को हर माह 01 हजार रुपये देकर उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है।
इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि आज का दिन इतिहास के सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा जब आदिवासी बाहुल्य जिले शहडोल से सिकलसेल बीमारी को भारत से पूर्णतः खत्म करने के कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में इस बीमारी को रोकने तथा इसे जड़ मूल से समाप्त करने का संकल्प पूरी इच्छाशक्ति के साथ कार्ययोजना बनाकर लिया है। देश के 278 जिलों में 0 से 40 वर्ष आयु के 07 करोड़ आबादी को सिकल टेस्ट स्मार्टकार्ड देने की योजना है। सबके साथ व सबके प्रयास से आगामी दो वर्ष में सिकल सेल बीमारी से होने वाले बच्चों की मृत्यु दर को रोकने के प्रयास किए जाएंगे तथा वर्ष 2047 तक देश को इस बीमारी से मुक्त करने का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में आज 01 करोड़ से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड दिए जा रहे हैं। देश की सभी ग्राम पंचायतों में आयुष्मान ग्राम सभा का आयोजन हो रहा है। आयुष्मान कार्ड गरीबों के मुफ्त ईलाज की योजना है, जिसके माध्यम से अभी तक 05 करोड़ लाभाथÊ मुफ्त में ईलाज करा चुके हैं।
इससे पूर्व केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कहा कि रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह गौरव दिवस के रूप में मनाया गया है। पांच गौरव यात्राओं का समापन भी आज सम्पन्न हुआ। यह यात्राएं रानी दुर्गावती की गौरवगाथा को चिर स्मरणीय रखेंगी। उन्होंने आदिवासी समाज के बच्चों व लोगों से सिकलसेल बीमारी के बचाव के लिए प्रारंभ किए गए अभियान हेतु प्रधानमंत्री जी को साधुवाद दिया।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एसएमएस के द्वारा डिजिटल आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए जाने का शुभारंभ बटन दबाकर किया तीन करोड़ 57 लाख हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए । इसके साथ ही प्रदेश के एक करोड़ से अधिक पीवीसी आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया।
प्रतीक स्वरूप सिकल सेल काउंसलिंग कार्ड एवं आयुष्मान कार्ड वितरित
कार्यक्रम में प्रदेश की रीना सिंह गोंड, हेमराज़ कोल, राजेंद्र सिंह गोड़ एवं छत्तीसगढ़ की श्रीमती मंदाकिनी नाथ एवं दीपक कुमार को सिकल सेल काउंसलिंग कार्ड साथ ही अदिति यादव, प्रेम प्रकाश एवं रुबीना बेगम को प्रतीक स्वरूप आयुष्मान कार्ड का वितरण मंच से किया। कार्यक्रम में प्रदेश के 20 जनजातीय बाहुल्य जिलों के 89 विकासखण्ड के करीब 3 हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स के 2 लाख से अधिक हितग्राहियों को सिकल सेल जेनेटिक काउन्सलिंग कार्ड का वर्चुअली वितरण किया गया। कार्यक्रम का प्रदेश के 25 हजार 500 से अधिक स्थानों पर सीधा प्रसारण भी किया गया। इनमें प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ सिविल अस्पताल, जिला अस्पताल, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर, चिकित्सा महाविद्यालय, शहरी स्थानीय निकाय और नगर निगम मुख्यालय शामिल हैं।
इनकी रही विषेष उपस्थिति
कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री स्वास्थ्य एस पी एस बघेल, भारती पवार, विष्वेष्वर टुडी, केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मध्यप्रदेष शासन के वन मंत्री डा0कुंवर विजय शाह, खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह, जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, रामकिषोर कांवरे, स्वास्थ्य मंत्री डा0 प्रभूराम चैधरी, चिकित्सा षिक्षा मंत्री विष्वास सारंग, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल, सांसद बीडी शर्मा, सुमेर सिंह सोलंकी, सासंद श्रीमती हिमाद्री सिंह, सासंद श्रीमती रीति पाठक,, श्रीमती सपंतिया उइके, श्रीमती माधुरी सिंह, विधायक शरद कोल, जय सिंह मरावी सहित अन्य विषिष्ट अतिथिगण एवं बड़ी संख्या मे आमजन उपस्थित रहें। समारोह में अतिरिक्त मुख्य सचिव मो. सूलेमान, आयुक्त जनसम्पर्क मनीष सिंह, आयुक्त स्वास्थ्य डाॅ. सुदाम खांडे, कमिष्नर शहडोल संभाग राजीव ष्शर्मा, एडीजीपी डीसी सागर, कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य, पुलिसअधीक्षक कुमार प्रतीक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांषु चंद्र, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा तथा अन्य प्रषासनिक अधिकारी उपस्थित रहें।
पकरिया में प्रधानमंत्री पहुंचे जनजाति समुदाय के बीच
प्रधानमंत्री से मिलकर उत्साहित और अभिभूत हुए जनजातीय वर्ग के हितग्राही
प्रधानमंत्री ने लखपति दीदियों से जाना उनकी आर्थिक सशक्तिकरण का सफर, बात करते हुए भावुक हुई दीदियाँ,
लखपति दीदी बनने में माना मध्यप्रदेश सरकार का महत्वपूर्ण सहयोग
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक जुलाई को शहडोल प्रवास के दौरान पकरिया गांव में आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। संवाद कार्यक्रम जनजातीय प्रतिनिधियों, फुटबाल क्लब के खिलाड़ियों, स्व सहायता समूह की लखपति बनी दीदियों और पेसा एक्ट लागू होने के बाद उससे लाभान्वित हुए हितग्राहियों के साथ हुआ। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर स्व सहायता समूह एवं आजीविका मिशन से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनी लखपति दीदियो से आत्मीय संवाद किया। संवाद के दौरान महिलाओं से गृहणी से लखपति बनने के सफर को विस्तार से जाना और समझा। श्री मोदी ने लखपति दीदियों से आर्थिक सशक्तिकरण के इस सफर में आयी मुश्किलों और सफलताओं के अनुभव भी जाने। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी आर्थिक सशक्तिकरण की मिसाल बन चुकी इन लखपति दीदियों से उनके अनुभव सुनकर अन्यंत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि आप लखपति दीदियाँ सभी महिलाओं के लिए आदर्श एवं अनुकरणीय है तथा उनके लिए प्रेरणा का काम करेंगी।
घर की चारदीवारी में रहने वाली लखपति दीदियाॅ भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अपने सामने देखकर गदगद और उत्साहित हो गई और उनसे अपने अनुभव साझा करते हुए भावुक हो हुई।
कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद लखपति दीदी सविता वर्मन और राधा ने बताया कि घूँघट में रहने वाली महिलाओं ने अपने घर की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने का बीड़ा उठाया है। लखपति बनकर अब घर की स्थिति बेहतर हो गई तो बच्चों की पढ़ाई से लेकर, परिवार और समाज का नजरिया भी हमारे लिए बदल गया है। अब हम आत्मनिर्भर है, परिवार की बेहतरी के लिये निर्णय ले सकते है और जरूरत पड़ने पर अपनी मर्जी से घर के बाहर भी निकल सकते हैं। आदिवासी बाहुल्य इलाके में ज्यादातर पैदल चलने वाली महिलाएँ अब अपनी स्कूटी से बाजार एवं अपने अन्य जरूरी काम करने लगी हैं।
मुर्गी व बकरी पालन से सुधरी मेरे घर की माली हालत-
राधा रजक
संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से मिलकर अभिभूत हुई लखपति राधा रजक ने बताया कि चार साल पहले मेरे घर की हालत बहुत ज्यादा खराब थी। ऐसे में मुझे किसी ने स्व-सहायता समूह से जुडने की सलाह दी। शुरू में मुझे लगा सहायता समूह कोई बैंक लोन देने वाली संस्था है, लेकिन समय के साथ मैंने स्व-सहायता समूह की गतिविधियों और उद्देश्यों को समझा। मैंने अपने घर की माली हालत सुधारने समूह से मुर्गीपालन के लिए लोन लिया। धीरे-धीरे मुर्गीपालन का मेरा यह व्यवसाय चल पड़ा। अब मेरे घर की माली हालत पहले से कही ज्यादा बेहतर है। राधा रजक आज पकरिया में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ हुए संवाद कार्यक्रम में शामिल होकर बहुत उत्साहित नजर आई।
राधा बताती है कि शुरुआत में मैंने स्व-सहायता समूह से कर्जा लेकर 50 मुर्गियां खरीदी, जिसे बाद में बढाकर १०० किया। अच्छा काम चलने से अब मैं दो से ढाई सौ तक मुर्गियाँ रखने लगी हूँ। घर से भी सहयोग मिला तो मैंने बकरी पालन के लिए भी सोचना शुरू किया। स्व सहायता समूह से मिलने वाली समय-समय पर सहायता ने मुझे बकरी पालन के लिए भी सहायता उपलब्ध कराई। अब मेरे दोनों ही काम बड़े अच्छे चल रहे हैं। दोनों कामों से मेरे परिवार की माली हालत भी ठीक हो गयी है। मेरी आमदनी भी बढ़ गई है। पहले मैं बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए 4 साल पहले परेशान होती थी, अब मैं उनकी पढ़ाई भी अच्छे से करवा पा रही हूँ। मैं जिस स्व सहायता समूह से सदस्य के रूप में जुड़ी थी, अब उसी संस्था की अध्यक्ष भी बन गई हूँ। मैं यही कहूँगी कि समूह से जुड़ना निश्चित रूप से मेरा जीवन बदलने वाला निर्णय था। प्रधानमंत्री को अपने बीच उपस्थित देख मैं बहुत अभिभूत हूँ और खुद को खुषनसीब समझती हूं।
सामान्य परिस्थितियों में पली-बढ़ी और अब लखपति दीदी बनी सरिता बर्मन भी श्री मोदी की गरिमायम उपस्थिति से प्रभावित है। सरिता कहती है कि हम महिलाएं कभी घर के अंदर घंूघट में रहती थी। स्व-सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बन गई हूं, लेकिन अब लखपति दीदी के रूप में जानी- पहचानी जा रही हूं।
सविता अपने पहले के अनुभव बताते हुए कहती हैं कि शुरुआत में मेरे घर की हालत गंभीर थी, लेकिन स्व सहायता समूहों ने महिलाओं को जैसे आजादी और आत्मनिर्भरता के पंख लगा दिए। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही है, निश्चित रूप से हम महिलाएं अब आत्मनिर्भर बनते हुए आगे भी बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री मिले फुटबाल के होनहारों से
एक जुलाई का दिन संभाग के सभी फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए भी ऐतिहासिक दिन था। प्रधानमंत्री ने शहडोल संभाग के अंतर्गत संचालित “फुटबाल क्रांति” कार्यक्रम के तहत लगभग सौ फुटबॉल खिलाड़ियो और कोच से संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पकरिया में होनहार फुटबाल खिलाड़ियों से बात की। श्री मोदी ने फुटबॉल खिलाड़ियों से संवाद करते हुए उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को बड़ी आत्मीयता से सुना और समझा।
श्री मोदी फुटबाल की इतनी सारी प्रतिभाओं को एक साथ देखकर गदगद हुए। उन्होने शहडोल संभाग कमिश्नर श्री राजीव शर्मा के निर्देशन में चल रहे “फुटबॉल क्रांति” कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली तथा इस कार्यक्रम से जनजातीय खिलाड़ियो को मिलने वाली प्रोत्साहन को भी सराहा। इस अवसर पर खिलाड़ियो ने भी बड़ी आत्मीयता से अपना परिचय देते हुए फुटबाल क्रांति के आने के बाद उनके जीवन में आए सकारात्मक परिवर्तनों पर अपने अनुभव बताए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान नन्हे एवं प्रतिभावान फुटबॉल खिलाड़ी 4 साल के अनिदेव सिंह और 5 साल के यश से भी बात की तथा उन्हें शुभकामनाएं दी।
पीएम से मिलकर प्रेरित हुए खिलाड़ी
अमलाई के शेख कुनैन के अनुसार उन्हें बचपन से फुटबाल का शौक था। स्थानीय स्तर पर फुटबाल भी खेलते थे। उन्होंने कप्तानी भी की है। 2021 से शुरू हुए “फुटबाल क्रांति” ने अब उनका फुटबाल के प्रति नजरिया ही बदल दिया है। हम रोज अच्छी सुविधाओं के बीच प्रेक्टिस करते हैं और ट्रेनिंग कर रहे हैं। आगे देश के लिए खेलने का सपना है। आज प्रधानमंत्री को अपने समक्ष पाना बड़ा ही पे्ररणादायक है। साथ ही हम सब खिलाड़ी उन्हें अपने बीच पाकर अभिभूत है। संवाद कार्यक्रम में शामिल हुआ 5 साल का यश का देश के लिए फुटबॉल खेलने का सपना है। राष्ट्रीय स्तर के सीनियर फुटबॉल चयनकर्ताओं ने दूसरी कक्षा के यश की प्रतिभा देखकर उसे आगामी दिनों में फुटबाल खेल का भविष्य माना है।
फुटबाल खिलाड़ी रेणु केवट के लिए आज बड़ा और यादगार दिन रहा। रेणु बताती है कि बचपन से थोड़ा-बहुत तो शौक था किंतु फुटबॉल क्रांति के बाद से मुझे इस खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। वह प्रतिदिन विचारपूर ग्राउंड में प्रैक्टिस करती है। रेणु बताती है कि खिलाड़ियों के बीच प्रधानमंत्री श्री मोदी को अपने बीच पाकर उनसे मिली ऊर्जा हम खिलाड़ियों के लिये उत्साहवर्धन करने वाली है।
0 Comments