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मरवाही के जंगल में दिखा सफेद भालू

मरवाही के झिरना पोड़ी जंगल में दिखा काले भालू के साथ सफेद भालू, ग्रामीणों ने कहा 3 सफेद भालू हैं

इससे पहले 10 नवंबर को माड़ाकोट में दिखा था सफेद भालू

मरवाही के जंगल में 4 सफेद भालुओं के मौजूदगी की पुष्टि हो चुकी है


पेण्ड्रा / मरवाही के ग्राम झिरना पोड़ी के अमली डोंगरी में काले भालू के साथ सफेद भालू देखा गया है। इस भालू को देखने के बाद ग्रामीण ने अपने कैमरे में उसका वीडियो रिकार्ड किया है। ग्रामीणों के अनुसार सफेद भालू लगभग एक वर्ष का है। ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव के मंजूरहा डोंगरी में 2 सफेद भालू और हैं जिनकी उम्र लगभग 6 माह है, जो कि अपने मां के साथ रहते हैं। इससे पहले 10 नवंबर को माड़ाकोट के जंगल में सफेद भालू दिखा था, जिससे मरवाही के जंगल में 4 सफेद भालुओं के मौजूदगी की दिख रही है। 

सफेद भालू यानी पोलर बियर ध्रुवीय क्षेत्रों में पाए जाने वाला भालू है। काले भालू के लिए मशहूर भालू लैंड मरवाही के जंगलों में भी कभी कभी सफेद भालू दिख जाता है। बर्फीले स्थानों पर सफेद भालू पाया जाना आम बात होता है लेकिन मरवाही के जंगलों में पाया जाना दुर्लभ है। इस भालू के संरक्षण और संवर्धन की बेहद जरूरत है जिससे कि मरवाही क्षेत्र जिसकी पहचान भालू है, वह अपनी पहचान कायम रखे।

मरवाही का जंगल भालुओं का गढ़ है। क्योंकि यहां के जंगलों में बड़ी संख्या में पत्थरों के खोह बने हुए हैं जो कि भालुओं का प्राकृतिक रहवास है। यहीं कारण है कि यहां बड़ी संख्या में काले भालू पाए जाते हैं। इन्हीं काले भालुओं के साथ झिरना पोड़ी के अमली डोंगरी में सफेद भालू भी देखा गया जिसकी उम्र लगभग 1 वर्ष है। इस भालू का एक ग्रामीण ने वीडियो बनाया है, जिसमें वो काले भालू के साथ दिख रहा है। इसके पहले भी मरवाही के जंगलों में काले भालुओं के साथ सफेद भालू पाए जा चुके हैं। इस इलाके में भालुओं की अच्छी खासी संख्या है।

झिरना पोड़ी के जंगल में 3 सफेद भालू हैं - ग्रामीण

ग्राम झिरना पोड़ी के ग्रामीणों जीवन सिंह भैना, शिव प्रसाद भैना ने बताया कि इस गांव के अमली डोंगरी में एक सफेद भालू है जो कि काले भालू के साथ रहता है। उन्होंने बताया कि यहां मंजूरहा डोंगरी में भी 2 सफेद भालू हैं जिनकी उम्र लगभग 6 माह है, जो कि अपने मां के साथ रहते हैं। ग्रामीणों के अनुसार उनके गांव अमली डोंगरी और मंजूरहा डोंगरी में कुल 3 सफेद भालू उन्होंने देखे हैं।


एक सफेद सफेद भालू की कुएं में गिरने से हो चुकी है मौत

21 दिसंबर 2020 को मरवाही वन परिक्षेत्र के ग्राम अंडी में किसान सुंदर सिंह पिता गयादीन गोंड़ के बाड़ी में स्थित कुएं में दुर्लभ प्रजाति का एक वर्षीय सफेद भालू की गिरने से मौत हो गई थी। ग्रामीणों के अनुसार उस सफेद भालू की मां काले रंग की थी क्योंकि उस भालू के कुएं में गिरने के बाद उसकी मां को चीखते हुए ग्रामीणों ने कुएं के पास देखा था।


मरवाही में 1995 में पहली बार मिली मादा सफेद भालू भोपाल के चिड़िया घर में रखी गई थी 

मरवाही के जंगलों में मादा सफेद भालू पहली बार वर्ष 1995 में मिली थी। काले भालुओं के जंगल में सफेद भालू पाए जाने का मामला पहली बार सामने आने के कारण इस भालू की चर्चा पूरे देश प्रदेश में थी। इसका नाम कमली रखा गया था। इसे इंदिरा उद्यान पेण्ड्रा के रेस्क्यू सेंटर में काफी समय तक रखने के बाद भोपाल के चिड़ियाघर ले जाकर रखा गया था, जहां यह कई वर्षों तक जीवित थी, जिसे देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में आते थे।

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