*आयुष चिकित्सा हमारे पूर्वजों का दिया हुआ वरदान- अमिता चपरा
*आयुर्वेद हमारी संस्कृति एवं सभ्यता की विरासत- जय सिंह मरावी
*सुशासन दिवस पर जिला स्तरीय आयुष मेले का हुआ आयोजन*
*शहडोल 25 दिसंबर ।-* अध्यक्ष महिला एवं वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा ने कहा है कि आयुष चिकित्सा हमारे पूर्वजों का दिया हुआ वरदान है। आयुष चिकित्सा के माध्यम से ही हमारे पूर्वज हमें इलाज करके ठीक करते थे। आयुष चिकित्सा आज से नहीं, बल्कि हमारे हमारी कई पीढ़ियों से चली आ रही है। आयुर्वेद हमें हजारों वर्षों से स्वस्थ जीवन का मार्ग दिखा रहा है। प्राचीन भारत में आयुर्वेद को रोगों के उपचार और स्वस्थ जीवन शैली व्यतीत करने का सर्वोत्तम तरीकों में से एक माना जाता था। अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के महत्व के कारण, हमने आधुनिक विश्व में भी आयुर्वेद के सिद्धांतों और अवधारणाओं का उपयोग करना नहीं छोड़ा। उक्त विचार अध्यक्ष महिला एवं वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा ने रविवार को सुशासन दिवस पर आयोजित आयुष मेला में व्यक्त किए।
विधायक के विचार
आयुर्वेद हमारी संस्कृति एवं सभ्यता की विरासत है। हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता को बहुत ही करीब से जाना है, हमारे भारतीय सभ्यता में अनेकों ऐसे उदाहरण है जो आयुष चिकित्सा के क्षेत्र में अपना सर्वस्व निछावर कर दिया। हमारी सरकार आयुष चिकित्सा पर कई योजनाएं चलाई है, जिससे लोगों को कल्याण हो सके तथा आयुष चिकित्सा का लाभ लोगों को मिल सके। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि इस आयुष मेले में सभी लोग आकर अपना एवं अपने परिवार का उपचार अवश्य कराएं तथा आयुष चिकित्सा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करें।
कलेक्टर का उद्बोधन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य जीवन की सबसे बड़ी विशेषता होती है। आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा विज्ञान है जो कम से कम 5,000 वर्षों से भारत में प्रचलित है। यह शब्द संस्कृत के शब्द अयुर (जीवन) और वेद (ज्ञान) से आया है। आयुर्वेद, या आयुर्वेदिक चिकित्सा को कई सदियों पहले ही वेदों और पुराणों में प्रलेखित किया गया था। यह बात और हैं के आयुर्वेद वर्षों से विकसित हुआ है और अब योग सहित अन्य पारंपरिक प्रथाओं के साथ एकीकृत है।
घनश्याम जायसवाल ने क्या कहा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष नगर पालिका शहडोल घनश्याम जायसवाल कहा कि आयुर्वेद के जरिए हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ा सकते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता के बढ़ने से ना केवल कोरोना वायरस जैसी महामारी से खुद को बचाया जा सकता है, बल्कि कई अन्य तरह के घातक वायरस से भी बचाव होता है। बेशक हम इस वायरस से खुद को बचाने के लिए हर तरीके अपना रहे हों, लेकिन कई अध्ययनों में पता चला है कि अब ये हवा में भी मौजूद है। ऐसे में अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर ही हम इससे जीत सकते हैं। इसके लिए कई तरह की जड़ी बूटियां और वनस्पति हमारे काम आएंगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि कि छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर अध्यक्ष महिला एवं वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा, विधायक जयसिंहनगर श्री जयसिंह मरावी, कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य एवं नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने किया। इस दौरान जिला आयुष अधिकारी डॉ. शशि प्रभा पांडेय ने आयुष विभाग की योजनाओं के बारे में तथा स्वास्थ्य जीवन के लिए योग को अपनाने की बात कही। योग प्रदर्शनी, विभागीय योजनाओं की प्रदर्शनी एवं स्वास्थ्य जागरूकता प्रदर्शनी लगाई गई।
जिला आयुष मेला में कुल 846 रोगियों ने स्वास्थ्य काला परीक्षण कराकर लाभ लिया। जिसमें 429 आयुर्वेद व 337 होम्योपैथी के मरीज रहे। मेले में सभी को जीवन अमृत काढ़ा पिलाया गया तथा कोविड-19 संक्रमण की संभावित लहर को देखते हुए जीवन अमृत काढ़ा के पैकेट्स बांटे भी गए। कार्यक्रम में योगासन प्राणायाम का प्रदर्शन किया गया तथा योग आचार्य श्री शिवाकांत शुक्ला ने सभी योग के माध्यम से स्वास्थ्य एवं लाभकारी दिनचर्या के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान अध्यक्ष महिला वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा ने सुशासन दिवस की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. पांडेय, जिला आयुष अधिकारी डॉ. शशि प्रभा पांडेय सहित संबंधित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
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