महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी शहरी को संबोधित त्यागपत्र में पूजा गौतम ने आरोप लगाया है कि बार-बार रिपोर्ट देने के बावजूद अधिकारी उससे रिपोर्ट मांगते हैं। इतना ही नहीं विभाग द्वारा एल एल वाई एवं एम एस वाई का सही समय पर न तो प्रमाण पत्र दिया जाता और ना ही एम एस वाई का पैसा हितग्राहियों का समय पर आता है साथ ही सारा दोषारोपण हम कार्यकर्ताओं के ऊपर लगा दिया जाता है।
नोटिस पर नोटिस
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा गौतम ने पत्र में यह भी लिखा है कि इमानदारी से सारा कार्य समय पर करने के बाद भी नोटिस पर नोटिस थमाया जाता है जिसके चलते मेरी मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। अवकाश मांगने पर पर्यवेक्षक द्वारा बहुत ज्यादा बातें सुनाई जाती हैं और कहा जाता है कि अवकाश लेने का तुम्हें कोई अधिकार नहीं है।
दी जाती है धमकी
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा गौतम ने अपने त्यागपत्र में यह गंभीर आरोप भी लगाया है कि उसे जब तक अधिकारी धमकी देते हैं इतना ही नहीं उसका मानदेय रोक दिया जाता है और कभी मानदेय से कटौती कर दी जाती है।
नपा अध्यक्ष के घर के बगल में है केंद्र
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा गौतम ने बताया है कि नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला कटारे के निवास के बगल में पुराना वार्ड क्रमांक 26 एवं नया वार्ड क्रमांक 35 की आंगनवाड़ी केंद्र में वह कार्यरत है।
छोटे कर्मचारियों पर अफसरी का रुतबा
इस संबंध में जब अन्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि साहब हम तो बहुत छोटे कर्मचारी हैं हमारा नाम यदि आप ना छापे तो हम बता सकते हैं कि किस तरह से हम छोटे कर्मचारियों पर बड़े बड़े अफसरों का रुतबा होता है। गलती भले महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की हो परंतु अपनी गलती पर पर्दा डाल देते हैं और सारा दोष हम छोटे से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर डाल दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोई सफाई नहीं सुनी जाती और ना ही हमारी बातें सुनी जाती है सिर्फ नोटिस और आदेश दिए जाते हैं।
बड़ा सवाल
इस घटना से एक बड़ा सवाल उठता है कि नौनिहालों के पोषण से जुड़े महिला बाल विकास विभाग के अंदर कितनी पोल है यह कोई देखने वाला नहीं है। सरकार द्वारा नौनिहालों को उचित पोषण आहार प्रदान करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किया जाता है परंतु इस किस तरह की लापरवाही की जाती है और क्या-क्या अनियमितता हो रही है इस संबंध में जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी इमानदारी से क्यों नहीं निभा रहे हैं।
इनका कहना है
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा गौतम का त्यागपत्र मैंने अभी नहीं देखा है आज मैं कार्यालय में नहीं हूं।
त्यागपत्र देखने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
आनंद अग्रवाल
परियोजना अधिकारी शहरी शहडोल
महिला एवं बाल विकास विभाग
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