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हत्या के संदेही को पुलिस ने बना दिया गाजा तस्कर


*पुलिस महानिरीक्षक को आरोपी के पिता ने आवेदन देकर किया उच्च स्तरीय जांच की मांग*,,
सुनील मिश्रा की रिपोर्ट  *शहडोल टुडे समाचार पत्र*✒️ शहडोल🇦🇹--  । अनूपपुर जिले के  बिजुरी थाना अंतर्गत तीन माह पहले बिजुरी कालरी के पास एक कोयला कामगार की देर रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी,हत्या जैसी गंभीर घटना के खुलासा को लेकर पुलिस कई संदेहियों से पूंछताछ करती चली आ रही है, इसी मामले में पुलिस को नगर के एक युवक पर संदेह है कि हत्या उसी ने किया है । कारण साफ है युवक घटना दिन से नगर से फरार बताया जा रहा है।
इसी कड़ी में गत दिनों पुलिस  ने फरार संदेही से  मोबाईल पर बातचीत करने को  लेकर दो लोगों को थाना लेकर आई, और परिजनों से कहा कि पूछताछ कर छोड़ देंगे, किंतु पुलिस ने उन दोनों युवकों  पर गांजा तस्करी का आरोप लगा उन्हें जेल मैं डाल दिया। आरोपी के पीड़ित पिता ने पुलिस महानिरीक्षक शहडोल को  11 मार्च को दिए गए शिकायती आवेदन से मामला सामने आया है ।
, *परिजनो ने शहडोल संभाग महानिरीक्षक के पास बिजुरी पुलिस के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए बतलाया है की हत्या के संदेही  से बातचीत करने की बात कर थाना बिजुरी का पुलिस बताते हुए उसके पुत्र को तीन पुलिस कर्मी मझगवा रोड वैकुंठ पुर में स्थित निवास से निजी कार से बिजुरी थाना 8 मार्च को सुबह लाए, और दूसरे दिन गाँजा का तस्कर बनाकर जेल भेज दिए*।

  बताया गया है कि बैकुंठपुर जिला कोरिया छत्तीसगढ़,  निवासी  वजहुल कमर जो जूता चप्पल का थोक व्यापारी है,तथा पिता शिक्षक हैं को गिरफ्तार कर ले आई , इसी तरह बिजुरी निवासी मोहम्मद जाबिर को भी पूँछतांछ के नाम पर बिजुरी से उठाई ,l
*परिजनों ने ADGP के पास जो शिकायत दी है उसमें चौकाने वाली बात यह है की इन दोनों ब्यक्तियों को घर से गिरफ्तार किया और बिजुरी पुलिस ने मनगढंत कहानी बनाकर कोतमा रोड स्थित खेड़िया क्रेशर के पास मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया है , जबकी परिजनों ने बतलाया है की हमारे पास cctv में फुटेज है की घर से गिरफ्तार किया गया है , पड़ोस के गवाही है और मोबाइल लोकेशन की जाँच भी की जा सकती है जिससे ये साबित  हो जायेगा कि गिरफ्तारी निवास स्थान बैकुंठपुर से हुई है  न कि गांजा तस्करी करते हुए*।
*दस लाख रुपये न देने पर लगाया गाँजा का केश*
परिजनों ने आरोप लगाया है की दस लाख रुपये की माँग की गई है और दस लाख न देने पर फर्जी मनगढ़ंत कहानी बनाकर बिजुरी पुलिस ने गाँजा का केश बनाकर जेल भेज दिया है ।
*वास्तव में इसकी उच्च स्तरीय जाँच तो होनी चाहिये , विचारणीय बांते यह है की यदि इसकी उच्च स्तरीय जाँच नही होती है और दोषी पुलिसकर्मियों के ऊपर कार्यवाही नही होती है तो इनके हौसले बुलंद रहेंगे और किसी भी आम आदमी को फर्जी केश में फसाकर जेल भेज सकते है ,। कोई किसी भी जाति धर्म का हो संविधान सबको मौलिक अधिकार दिया है , और साफ लिखा गया है एक दोषी छूट जाए लेकिन एक निर्दोष को सजा नही होनी चाहिए , यहाँ पर बिजुरी पुलिस ने अपने पद का गलत  उपयोग किया है , पुलिस की जो गरिमा है उसे गिराने का काम किया है ,  ऐसे में यू कहना लाजमी होगा कि आम जनता में बिजुरी पुलिस  के प्रति अबिस्वाश पैदा हो रहा है*।
परिजनों ने बतलाया की कई लोंगो से फोन में बिजुरी पुलिस से बात हुई है जिसमें बोला गया है की हत्या के मामले  में पूंछतांछ के लिए लेकर आये है पूँछतांछ कर छोड़ देंगे जिसकी वाइस रिकार्डिंग भी है , ऐसे में सवाल यह उठता है की आखिरकार पुलिस ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर निर्दोष ब्यक्तियों पर फर्जी मुकदमा लगाने के पीछे राज क्या है ,?  प्रश्न खड़ा है कि हत्या मामले  में कोई सुराग नही मिला या दस लाख नही मिलने पर फर्जी मुकदमा लगाया ये तो उच्च स्तरीय जॉच से ही पता चलेगा ।,अब देखना यह है की  पुलिस के महा निरीक्षक शहडोल इतने बड़े गंभीर मामले में क्या कदम उठाते हैं।

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