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पुलिस की रीढ़ की हड्डी की तरह काम करते हैं ग्राम रक्षा समिति के सदस्य=एडीजीपी



ग्राम व नगर रक्षा समिति सम्मेलन पुलिस को आम आदमी से जोड़ने का प्रयास है- कलेक्टर

ग्राम एवं नगर रक्षक समिति पुलिस की पर्याय है-पुलिस अधीक्षक


ग्राम व नगर रक्षा समिति का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

शहडोल 13 मार्च ।- पुलिस की रीढ़ की हड्डी की तरह ग्राम रक्षा समिति के सदस्य काम करते हैं। जिन थानों में पुलिस बल की कमी रहती है, उसमें आप नि:स्वार्थ भाव से अपना दायित्व बखूबी निभाते हैं, आप सभी पर महत्वपूर्ण दायित्व होता है, आप जिन ग्रामीण एवं नगर क्षेत्रों में रहते हैं, वहां होने वाली सभी गतिविधियों पर विशेष नजर होनी चाहिए। ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्य पुलिस की भांति अपने सेवा भाव एवं समर्पण मन से अपने-अपने क्षेत्र में होने वाली सभी गतिविधियां एवं वारदात पर नजर रखें तथा होने वाली आशंकाओं और संभावनाओं की जानकारी समय-समय पर प्रदान करें। यह संभव है कि आपकी मदद से ग्राम एवं नगर पूर्ण:रूपेण सुरक्षित रहेगा। उक्त उद्बोधन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक  दिनेश चंद्र सागर में मानस भवन में आयोजित ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों का जिला स्तरीय वृहद सम्मेलन में दिए। 

     सम्मेलन को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत पुलिस के कामकाज में जन सामान्य की सक्रिय भागीदारी के उद्देश्य शुरू की गई है। यह योजना पुलिस को आम आदमी से जोड़ने का एक सरल एवं सुगम प्रयास है। जिन थानों में पुलिस बल की कमी रहती है, उसमें ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्य नि:स्वार्थ भाव से अपना दायित्व बखूबी निभाते हैं, आप सभी पर महत्वपूर्ण दायित्व होता है। आप पुलिस और प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर ग्राम एवं नगर में होने वाले घटनाओं पर प्रतिबंध लगाने में मदद कर सकते हैं। आप सभी शासन के अभिन्न अंग हैं जो शासन के दिए गए दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा एवं आस्था के साथ करेंगे। 
  
    सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक  अवधेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि ग्राम एवं नगर रक्षा समिति पुलिस की पर्याय हैं। जिस प्रकार पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन पूरे निष्ठा के साथ करती है, उसी प्रकार ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्य भी अपना कर्तव्य का पालन पुरें निष्ठा एवं समर्पण के साथ करें। शासन की मंशा के अनुरूप आप सभी गतिविधियों पर पैनी नजर रखें तथा किसी भी प्रकार की कोई परेशानी या फिर दुर्घटना की संभावना होती है तो तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचित करें। 

   सम्मेलन का शुभारंभ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल  दिनेश चंद्र सागर, कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य, पुलिस अधीक्षक  अवधेश कुमार गोस्वामी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  मुकेश कुमार वैश्य द्वारा मां सरस्वती के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण तथा कन्या पूजन कर किया गया। इस दौरान सभी अधिकारियों द्वारा ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों को कानून व्यवस्था ड्यूटी, त्यौहार एवं आपदा प्रबंधन के दौरान तत्पर रहकर पुलिस को सहयोग करने हेतु दिशा निर्देश तथा समझाइश दी गई। 
सम्मेलन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल  मुकेश वैश्य द्वारा ग्राम एवं नगर रक्षा समिति अधिनियम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उक्त अधिनियम के तहत जिला स्तर एवं ग्राम स्तर तथा नगर रक्षा समिति का गठन किस प्रकार किया जाना है, यह एक गठित समिति के सदस्यों की योग्यता नामांकन एवं प्रशिक्षण संबंधी जानकारी प्रदान की गई। अधिनियम की धारा में उल्लेखित रक्षा समिति के सदस्यों के कर्तव्य के बारे में विस्तृत निर्देश दिए गए एवं सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत पुलिस विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की भी जानकारी समिति के सदस्यों को दी गई। 

   सम्मेलन में उप पुलिस अधीक्षक यातायात  अखिलेश तिवारी द्वारा कानून व्यवस्था के दौरान बलवा ड्रिल का उपयोग कैसे किया जाता है तथा इस हेतु बलवा ड्रिल को पहनाकर डेमो दिया गया एवं उसका उपयोग बताया गया। इसी प्रकार होमगार्ड प्लाटून कमांडर  संदीप चौधरी एवं कोमल द्वारा आपदा प्रबंधन के दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उपयोग में आने वाली उपकरण जैसे लाइव जैकेट, लाइव ट्यूब, रस्सी एवं लोकल स्तर से प्राप्त पानी बोतल को रस्सी में बांधकर कैसे उपयोग करें इसका प्रशिक्षण भी समिति के सदस्यों को दिया गया। जिले के समस्त थाना क्षेत्रों में आए ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों को जैकेट, टोपी एवं व्हीसिल प्रदान किया गया।
  
    सम्मेलन में उप पुलिस अधीक्षक  सचिन धुर्वे, रक्षित निरीक्षक  दिनेश कुमार मर्सकोले एवं जिले के समस्त थाना प्रभारी, होमगार्ड बल एवं ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सभी थाना क्षेत्र के सदस्य उपस्थित थे।

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