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काव्य कृति अनुभूतियों के रेशे का हुआ भव्य विमोचन

वरिष्ठ साहित्यकार एवं संपादक डॉ प्रियंका त्रिपाठी रही  मुख्य अतिथि

शहडोल। अर्णव प्रकाशन से प्रकाशित राजेश पाण्डेय "राज" (डिवीजनल कमांडेंट होमगार्ड एवं फायर सर्विसेज सरगुजा रेंज) की प्रथम काव्य-कृति का भव्य विमोचन कार्यक्रम बिलासपुर के लखीराम ऑडिटोरियम में किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार संपादक एवं अर्णव प्रकाशन की संस्थापक डॉ. प्रियंका त्रिपाठी उपस्थित रहीं । 
विशिष्ट अतिथि के रूप में अंतर्राष्ट्रीय सोपान साहित्यिक संस्था की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लखनऊ की सुप्रसिद्ध गज़लकारा श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव उपस्थित रहीं ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अंतर्राष्ट्रीय सोपान साहित्यिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रयागराज के सुप्रसिद्ध गज़लकार  राजीव नसीब जी ने की ।
मंच पर विशिष्ट रूप से राजेश जी के बड़े पिताजी प्रसिद्ध समाजसेवी एवं राजनीतिज्ञ  रघुराज पाण्डेय जी एवं चाचा जी  कृष्ण कुमार पाण्डेय जी जाँजगीर चांपा से उपस्थित रहे ।

कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ सरस्वती माँ की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से किया गया । दीप प्रज्वलन मंचासीन अतिथियों के द्वारा किया गया, वहीं सरस्वती वंदना का प्रस्तुतीकरण डी.ए.वी. स्कूल की संगीत शिक्षिका श्रीमती शुक्ति विश्वास के द्वारा किया गया ।

मंच पर आसीन अतिथियों का स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया । कार्यक्रम अध्यक्ष  राजीव नसीब जी का स्वागत राजेश जी के अग्रज  मनोज पाण्डेय जी के द्वारा मुख्य अतिथि डॉ. प्रियंका त्रिपाठी जी का स्वागत राजेश जी की भाभी श्रीमती सुषमा पाण्डेय जी एवं श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव जी का स्वागत भी श्रीमती सुषमा पाण्डेय जी के द्वारा किया गया ।  रघुराज पाण्डेय जी एवं कृष्ण कुमार पाण्डेय जी का स्वागत  मनोज पाण्डेय जी के द्वारा किया गया

अतिथियों के स्वागत के पश्चात  राजेश पाण्डेय जी ने अपनी साहित्यिक यात्रा एवं प्रथम पुस्तक प्रकाशन के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि किसी भी रचनाकार को अपनी प्रथम काव्य-कृति के प्रकाशन पर जो प्रसन्नता और उत्साह का एहसास होता है वही मैं भी महसूस कर रहा हूँ ।

राजेश जी के उद्बोधन के पश्चात "अनुभूतियों के रेशे" पुस्तक का विमोचन मंचासीन अतिथियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया । विमोचन के पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों आई.पी.एस.  रतनलाल डांगी आई.जी. बिलासपुर रेंज,  रजनीश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलोदा बाजार,  शहाबुद्दीन कुरैशी रजिस्ट्रार उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़, प्रशांत पाराशर सेक्रेटरी लीगल सर्विसेज उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़, आई.पी.एस.  आरिफ शेख डायरेक्टर एंटी करप्शन ब्यूरो एवं ईओडब्ल्यू रायपुर, आई.ए.एस.  सारांश मित्तर कलेक्टर बिलासपुर, आई.पी.एस.  मयंक श्रीवास्तव डायरेक्टर फायर एवं एजेंसी सर्विसेज, आई.पी.एस.  आशुतोष सिंह कमांडेंट 13वीं बटालियन बांगो, आई.पी.एस.  राजेश कुकरेजा एस.पी. रेलवे रायपुर एवं डी.आई.जी.  सुरेश ठाकुर संचालक अग्निशमन एवं एस.डी.आर.एफ. प्रशिक्षण केंद्र बिलासपुर को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिह्न प्रदान किया गया । 

राजेश जी की पुस्तक की विस्तृत समीक्षा करते हुए डॉ.प्रियंका त्रिपाठी जी ने यह बताया कि राजेश जी की रचनाओं में उनके जीवन की अनुभूतियों का स्पष्ट दर्शन दृष्टिगोचर होता है साहित्य के क्षेत्र में यह पुस्तक अपना एक विशिष्ट आयाम स्थापित करेगी । 
विशिष्ट अतिथि श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव जी के द्वारा भी राजेश जी की इस साहित्यिक उपलब्धि पर उन्हें शुभकामनाएँ दी गई । अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए  राजीव नसीब जी के द्वारा कहा गया कि रचनाकार की रचना तभी सार्थक होती है जब वह जन सामान्य के हृदय तक पहुँचती है ।

इसके बाद राजेश जी के द्वारा अपनी रचनाओं का काव्य पाठ किया गया। मंच पर अतिथि के रूप में विराजमान  ग़ज़लग़ो  राजीव नसीब, डॉ.प्रियंका त्रिपाठी एवं श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव जी के द्वारा भी भाव विभोर कर देने वाली ग़ज़लें पढ़ी गईं।

कार्यक्रम का प्रभावकारी संचालन  कुमार पाण्डेय जी के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में विशेष तौर पर बिलासपुर के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट  अशोक वर्मा, रायपुर के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संजय मिश्रा, राजेश जी का लगभग पूरा खानदान  के अतिरिक्त  श्रवण त्रिपाठी एवं राजेश जी के कई बैचमेट्स एवम मित्र गण उपस्थित रहे ।
अंत में आभार ज्ञापन  राजेश पाण्डेय जी द्वारा किया गया ।

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