रीवा अमरकंटक मार्ग में मरम्मत के नाम पर करोड़ों का हुआ घोटाला= आज होगा जबरदस्त आंदोलन
एमपीआरडीसी के अधिकारी और ठेकेदार दोनों की मिलीभगत
शहडोलl एक तरफ शहडोल संभाग के जनप्रतिनिधि विधायक गण एवं कांग्रेश तथा भाजपा के नेता रीवा अमरकंटक मार्ग को जर्जर बताते हुए 20 अक्टूबर से रोमानिया टोल प्लाजा में टैक्स वसूली का विरोध कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर एमपीआरडीसी के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा सार्वजनिक सूचना जारी करके यह दावा किया जा रहा है कि करोड़ों रुपए की लागत से रीवा शहडोल मार्ग की मरम्मत करा दी गई है इसलिए 20 अक्टूबर से रोमानिया टोल प्लाजा में byohari शहडोल के बीच टैक्स वसूली प्रारंभ की जा रही है तथा 25 अक्टूबर से byohari एवं रीवा के बीच टैक्स वसूली की जाएगी इस सूचना से यह बात प्रमाणित हो रही है कि आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों विधायकों एवं नेताओं को जो सड़क खराब एवं जर्जर दिखाई दे रही है उसी सड़क को एमपीआरडीसी के अधिकारी अच्छी बता रहे हैं साथ ही यह सवाल उठता है कि एमपीआरडीसी द्वारा सड़क मरम्मत के नाम पर जो क रोड़ों रुपए खर्च कर दिया गया वह रुपया गया कहां क्या ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सरकारी धन का बंदरबांट कर लिए हैं यदि वास्तव में सड़क मरम्मत हुई होती तो आम जनता विरोध क्यों करती l
आम जनता से दोबारा टैक्स क्यों
आम नागरिक जो वाहन खरीदना है तो उसी समय रोड टैक्स उस से ले लिया जाता है ऐसी स्थिति में टोल प्लाजा के माध्यम से दुबारा रोड टैक्स लेने का औचित्य क्या है यह समझ से परे है सरकार आम जनता की यदि हितैषी है तो उसे दोबारा रोड टैक्स नहीं लेना चाहिएl सड़क निर्माण का काम सरकार का है एक ही व्यक्ति से बार-बार टैक्स लेना कतई उचित नहीं है और यदि जनता से वसूली ही करना है तो कम से कम सड़क तो अच्छी दीजिए गड्ढे नुमा जर्जर सड़क के ऊपर टोल प्लाजा के माध्यम से वसूली करना सरासर अन्याय है इसे जनता बर्दाश्त नहीं करेगी l
घोटाले की जांच कराए सरकार
एमपीआरडीसी द्वारा रीवा अमरकंटक मार्ग में सड़क मरम्मत के नाम पर अथवा मेंटेनेंस के नाम पर पिछले 5 वर्षों में लगभग ₹200000000 खर्च किए गए हैं यह पैसा कहां गया कौन खा गया इसकी जांच सरकार को कराना चाहिए सड़क की तो यह हालत है कि पटरी तक नहीं भरी गई है जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं और लोगों की जान चली जाती हैl
कलेक्टर कमिश्नर ध्यान दें
इस मामले में आश्चर्य इस बात का है कि शहडोल संभाग के कमिश्नर एवं कलेक्टर क्यों चुप बैठे हुए हैं lजनहित के मामले में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को उचित कार्यवाही करनी चाहिए यदि एमपी आरडीसी द्वारा घोटाला किया गया है और सड़क मरम्मत के नाम पर बंदरबांट हुई है तो इसे कलेक्टर कमिश्नर स्वयं संज्ञान में लेकर जांच कराएं और आम जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए समाधान करें वरना जन आंदोलन सुनिश्चित है और जनता और सरकार के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न होगीl
नेताओं का विरोध
समाज कल्याण कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राम लखन तिवारी ,कांग्रेश शिक्षा एवं शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रामनरेश तिवारी एवं युवक कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष एवं आईटी सेल कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष अतुल तिवारी ने भी एक स्वर में कहा है कि एमपीआरडीसी द्वारा खराब सड़क के बावजूद टैक्स वसूली करना आम जनता के साथ अन्याय और अत्याचार है जिसका congresh पुरजोर विरोध करेगी तथा विभाग में जो घोटाला हुआ है उसकी जांच की मांग करती हैl
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