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प्राइवेट अस्पतालों की हर महीने हो जांच

 मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वालों पर की जाय कड़ी कार्यवाही:-चन्द्रेश

गठित हो  जिला स्तरीय समित 


रोकस  ने की कलेक्टर से अपील

शहडोल l जिले में संचालित प्राईवेट अस्पतालों की सघन जांच कर अस्पताल में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की वस्तुस्थिति का पता लगाया जाय।

         भाजपा विधि प्रकोष्ठ के संभाग प्रभारी व जिला चिकित्सालय शहडोल रोगी कल्याण समिति के सदस्य चन्द्रेश द्विवेदी एड ने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में प्राइवेट अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। चिकित्सा के विस्तारीकरण की दृष्टि से नवीन प्राइवेट अस्पतालों का सुभारम्भ होना उचित है किंतु सुविधाओं, संसाधनों, विसेसज्ञ चिकित्सकों व कुशल चिकित्सकीय अमले की गैर मौजूदगी व उपलब्धता के अभाव में प्राइवेट अस्पतालों

का संचालन पूरी तरह गैर कानूनी है।

उन्होंने जिला प्रशासन से अपील किया है कि प्राइवेट अस्पताल संचालन हेतु पंजीकृत सभी चिकित्सालयों द्वारा दौरान पंजीयन प्रस्तुत उपलब्ध चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की सूची सहित अस्पताल में भौतिक रूप से मौजूद अमले का सत्यापन  माह में एक बार अनिवार्य रूप से किये जाने हेतु जिला स्तर पर एक समिति का गठन किया जाय व समिति से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर प्राइवेट अस्पतालों की मान्यता व पंजीयन अनवरत रखने अथवा नियमो के विरुद्ध संचालित अस्पतालों के पंजीयन निरस्त करने का तात्कालिक निर्णय लिया जाय जिससे भविष्य में किसी मरीज के जीवन के साथ चिकित्सा के नाम पर खिलवाड़ न किया जा सके।

चन्द्रेश द्विवेदी ने कहा कि चिकित्सा के नाम पर किसी भी व्यक्ति व व्यक्तियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। 

मरीजो को इलाज के नाम पर ठगने वाले व आवश्यक संसाधन एव विसेसज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता में नाकाम रहने वाले प्राइवेट अस्पताल के संचालकों के विरुद्ध सम्मत कार्यवाही की जाय।

    पैथोलॉजी सेंटर की भी जांच की जाए


चन्द्रेश द्विवेदी ने कहा कि जिले में सैकड़ों की तादात में संचालित पैथालॉजी सेंटरों में अधिकांश में पैथालाजिस्ट चिकित्सक उपलब्ध नही हैं किंतु एक पैथोलोजिस्ट की सहमति लेकर दर्जनों पैथालॉजी केंद्र संचालित हो रहे हैं,इसी प्रकार अस्पतालों में एक ही विसेसज्ञ चिकित्सक अनेक प्राइवेट अस्पतालों में सेवा दे रहा है। एक समय मे एक साथ इतने मरीजों व अस्पतालों की देख रेख कैसे संभव है?

   बायो मेडिकल वेस्ट उठाओ की भी निगरानी हो

चन्द्रेश द्विवेदी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल बेस्ट उठाव व डिस्पोज़ हेतु किस संस्था से अनुबंध किया गया है ,क्या बायोमेडिकल बेस्ट का उठाव नियमित रूप से किया जा रहा है,इन बिंदुओं की नियमित जांच भी जनहित में अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बडी संख्या में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के आसपास प्राइवेट अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल बेस्ट फेंके जाने की शिकायते प्राप्त हो रही हैं जिला स्तरीय समिति इन बिंदुओं की भी नियमित जांच करे जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार के संक्रमण के खतरे से बचा जा सके।

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