बाबा बिगड़े देश के,धरम करम में फेल।लाईन में हैं सब लगे,जाने को अब जेल।
Mritunjay Soni की रिपोर्ट
मनेन्द्रगढ़: लोकचेतना फाउंडेशन,भारत,के तहत मुंशी प्रेमचंद जयंती के शुभ अवसर पर वरिष्ठ कवि गंगा प्रसाद मिश्र के निवास में कोविड नियमों का पालन करते हुए साहित्यिक कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में स्थानीय अनेक साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। प्रेमचंद जी की जीवनी, लेखन पक्ष आदि पर प्रकाश डालने के बाद उपस्थित कवियों ने अपनी उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत की।यह कार्यक्रम चित्रकूट से पधारे कवि श्री बालकृष्ण गौतम के सम्मान में तथा नगर के उभरते युवा कवि गौरव अग्रवाल के कुशल संचालन में सम्पन्न हुआ।कवि सुदीप चौधुरी ने सुनाया--सरहद पर वीरों की शहादत कैसे मैं भुला पाऊंगा।डा.रश्मि सोनकर ने छत्तीसगढ़ की महानता बताते हुए कहा--इही भाखा ला हमर पहिचान बनाबो,आओ संगवारी हा मिलजुल के नवा छत्तीसगढ़ बनाबो। बालकृष्ण गौतम ने अपनी प्रस्तुति में कहा--मुख
माहिं धरे विषवान जहां,नरनाग वसैं पुर भूधर में। बिनु माधव को जग राखि सकै,सब डूबि मरैं भवसागर में। कुंडलियों में तेजी से अपनी पहचान बना रहे एस एस निगम ने अपनी अनेक रचनाएं प्रस्तुत कीं --बाबा बिगडे देश के,धरम करम में फेल। लाईन में हैं सब लगे, जाने को अब जेल। व्यंग्यकार, कार्टूनिस्ट जगदीश पाठक ने अपने गद्य विधा के व्यंग्य पढ़े--मेरे स्वप्न में परसाई जी के आने की बात सुनकर उनके अनेक अर्जुन मुझ एकलव्य पर टूट पड़े। नारायण तिवारी की प्रस्तुति देखें---खून से लथपथ वर्दी मुस्कुरा रही थी।आतंकवादियों की कायरता शरमा रही थी। वरिष्ठ कवि बीरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा--यह वही धरा जिसपर असुरों से संग्राम हुआ। रामायण की यह पृष्ठ भूमि रामकथा बतलाती है।गौरव अग्रवाल ने अपनी कविता में कहा--न जाने कौन है,जिसकी बदौलत लिख रहा हूं।मगर इस वक्त की सारी हकीकत लिख रहा हूं। वरिष्ठ कवि दादूभाई ने अपनी कविता में कहा--वादा तोड़के तुमने तो, हमारे दिल को तोड़ा है।ऐसा वादा तोड़ा,न कहीं का हमको छोड़ा है।कासिम फूलवाला ने कहा--अदब के दायरे जब से जहां में तंग हुए,बेहयाई और हया दोनों संग संग सच
हुए। गंगा प्रसाद मिश्र ने अपने भाव इस तरह व्यक्त किए--नारि कोई अपने पिय गेह दहेज बिना जिस भांति जरी थी। कृष्ण वियोग जरी जस गोकुल नारिन सी वसुधा उजरी थी।
अंत में गंगा प्रसाद मिश्र ने साहित्यकारों से फाउंडेशन से जुड़ने का आग्रह करते हुए सबका आभार व्यक्त किया।
0 Comments