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कोविड-19 वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां

 *कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु टीकाकरण आवश्यक :इससे जुड़ी भ्रांतियां और सच्चाई*


शहडोल l वर्तमान समय में चीन के वुहान शहर से आए हुए कोरोनावायरस ने दुनिया भर के सभी देशों में भयंकर महामारी का वैश्विक संकट खड़ा कर दिया है ।जिसके कारण सारी मानवता एक बहुत बड़े खतरे से जूझ रही हैं।भारत भी इस भयंकर त्रासदी की वजह से आर्थिक संकट के साथ-साथ बेरोजगारी, भुखमरी आदि समस्याओं से निरंतर जूझ रहा है।

         पूरी दुनिया में संकट का सबब बनी कोरोनावायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए भारत सहित कई देशों में टीकाकरण अभियान वृहद स्तर पर चलाया जा रहा है लेकिन कई जगह टीका लगने के पश्चात संक्रमित होने की खबरों से टीकाकरण की प्रभावशीलता पर सवाल भी उठाए जाने लगे हैं ।कई सारी गलत जानकारियों के कारण इस अभियान पर गंभीर असर भी दिखाई दे रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों और कम पढ़े लिखे लोग वैक्सीनेशन ना करवा कर अपने साथ-साथ दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं अतः आवश्यक है कि ठोस कदम उठाए जाने के साथ साथ लोगों में जागरूकता फैलाई जाए कि लोग अधिक से अधिक टीकाकरण कराएं। महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए भारत में तैयार कोविशील़ड और कोवैक्सीन इस अभियान का अभिन्न हिस्सा है। यह वैक्सीन शरीर के इम्यून सिस्टम को वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी बनाने के लिए प्रेरित करते हैं जो हमारे शरीर को बाहरी हमलों से लड़ने में मदद करती हैं।

वैक्सीन को लेकर ग्रामीण लोगो में बहुत भ्रांतियां भी है-

     भ्रान्ति1-कई लोग वैक्सीन की पहली डोज लेने के पश्चात संक्रमित पाए गए जिसके चलते वैक्सीन के सफलता पर शक किया जाने लगा। सच्चाई- डॉक्टर्स का कहना है कि वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 14 दिन के बाद ही प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से विकसित होती है और वायरस की गंभीरता तथा मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। अतः वैक्सीन लेना अत्यंत आवश्यक है।

      भ्रान्ति 2-  बहुत से लोगों के द्वारा यह बातें भी कही जा रही कि कोविड-19 होने के बाद वैक्सीन लेने कीआवश्यकता ही नहीं होती । सच्चाई -डॉक्टर्स की सलाह के पश्चात एक निश्चित अंतराल के बाद वैक्सीन लेना अत्यंत आवश्यक है ताकि कोविड के खिलाफ आपका प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत हो सके।

   भ्रांति 3-  वैक्सीन की टाइमलाइन को लेकर भी लोगों ने टीकाकरण की सफलता पर संदेह करना शुरू कर दिया क्योंकि कोरोनावायरस की वैक्सीन कोबहुत कम समय में तैयार किया गया है। 

सच्चाई-  सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करने के पश्चात ही इस वैक्सीन को मंजूरी दी गई है अतः वैक्सीन की सफलता पर संदेह का प्रश्न ही नहीं उठता।

भ्रांति 4-वैक्सीन को लेकर एक अफवाह और भी है कि वैक्सीन आपकी प्रजनन क्षमता को खत्म करता है और बांझपन की समस्या पैदा करती है। 

सच्चाई- ये बात पूरी तरह से गलत है। यह केवल अफवाह है।

कोविड-19 वैक्सीन से बांझपन या यौन रोग को लेकर कोई साइड इफेक्ट नहीं है। आज तक किसी भी शोध में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है और न ही इसके कोई प्रमाण मिले हैं।

भ्रांति 5- एक बार वैक्‍सीन लग जाने के बाद मास्‍क लगाने की जरूरत नहीं रहेगी ।

सच्चाई- विशेषज्ञों समेत विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन का कहना है कि वैक्‍सीन लगने के बाद भी लोगों को मास्‍क लगाने और एक दूसरे से दूरी बनाए रखने के नियमों का पालन करना होगा। ऐसा न करने पर वो संक्रमण के शिकार हो सकते हैं और दूसरों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। लिहाजा इस महामारी के पूरी तरह से खात्‍मे तक एहतियात रखनी बेहद जरूरी है।

   अतः टीकाकरण कराना ही कोरोना से अपने आपको बचाने का एकमात्र सुरक्षित विकल्प है इसके साथ ही सरकार द्वारा बनाए गए गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करना और मास्क पहनना ,जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलना तथा परिवार का पूर्ण रूप से ध्यान रखना आदि बातें ध्यान रखनाअति आवश्यक है। तभी हम इस भयंकर महामारी और संभावित तीसरी लहर के प्रकोप से देश को सुरक्षित बचा सकते हैं। इसीलिए जनमानस से अनुरोध है कि टीकाकरण अवश्य कराएं, ताकि हम हमारा परिवार समाज और देश सुरक्षित हो सके।

**अरुणिमा सिंह

(उ०मा०शि०)

शा०महारानी लक्ष्मीबाई क०उ०मा०वि०,शहडोल**

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