Header Ads Widget


 

Ticker

6/recent/ticker-posts

युवा पत्रकार की सेवा बनी पत्रकारिता की मिसाल

 

===========

कोरोना मरीजों के बीच युवा पत्रकार की सेवा बनी पत्रकारिता की मिसाल

 जरूरतमंदों की सेवा मरीजों का आत्मबल सहित स्वयंसेवक के रूप में डटे हैं युवा पत्रकार


शहडोल l जब इंसान ठान ले तो पत्थर में भी फूल खिला सकता है। खासतौर में भारत के संदर्भ में तमाम सामाजिक संगठनों का अमूल्य सेवा मिसाल बनी हुई है। कुछ इसी तरह के हालात शहडोल जिला मुख्यालय के भी हैं। जहां कार्यरत युवा पत्रकार श्री प्रकाश जयसवाल स्थानीय मेडिकल कॉलेज में पिछले चार-पांच दिनों से प्रकाश की किरण फैलाने में लगे हुए हैं।


        कर्तव्य से उठकर जब व्यक्ति सेवा की भावना से समाज को समर्पित होता है तब भावना सिर्फ समाज और व्यक्ति को किसी न किसी रूप में स्वयं को समर्पित कर महज मदद करना रह जाता है। कुछ ऐसे ही विचार और व्यवहार दोनों को अंगीकृत करते हुए युवा पत्रकार प्रकाश जायसवाल द्वारा बीते सप्ताह से स्थानीय मेडिकल कॉलेज शहडोल में गत चार-पांच दिनों से 24 घंटे सेवारत हैं। जिसमें कोरोना मरीजों की मदद बुजुर्गों की सेवा, कोविड वार्ड में स्वच्छता, मरीजों को समय समय पर आहार औषधि समेत अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान आकर्षण करते हुए भर्ती मरीजों पर ध्यान दे रहे हैं। 

         श्री जायसवाल ने दूरदराज से आए मरीजों की निःस्वार्थ मदद, कोविड वार्ड के अंदर जाकर सहयोग, कोरोना के प्रति भय की वातावरण से निकाल कर उन्हें आत्मबल देने के साथ ही कोविड-19 के प्रति कैसे जागरूक रहते हुए इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है, इन सब के साथ ही प्रबंधन के साथ समन्वय बनाकर गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज जैसे कार्य तथा वार्ड के अंदर बाहर स्वच्छता का भी विशेष ख्याल रख रहे हैं। आयुर्वेद सकारात्मक संवाद से बढ़ा रहे रोग प्रतिरोधक क्षमता आयुर्वेद सहित सकारात्मक संवाद से लोगों के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के कार्य कर रहे हैं। इस मुसीबत की घड़ी में आगे आकर लोगों कि समाज की तथा प्रबंधन के साथ खड़े होकर इस महामारी के दौर में अपनी भूमिका अदा करें।


       युवा पत्रकार श्री प्रकाश जायसवाल का कहना है कि सेवा की भावना से समर्पित होकर इस संकट की घड़ी में लोगों की सेवा सभी को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसीबत और महामारी के दौर में जहां हर कोई आदमी सुरक्षा का विशेष ख्याल रखते हुए कोई कदम उठा रहा है वही ऐसे सामाजिक स्वयंसेवकों की आवश्यकता है कि इस मुसीबत की घड़ी में आगे आकर लोगों की समाज की तथा प्रबंधन के साथ खड़े होकर इस महामारी में अपनी भूमिका अदा करें।

Post a Comment

0 Comments