शहडोल l पुराना कलेक्ट्रेट एवं झूला पुल के आसपास गुमटीओ दुकान करने वाले छोटे छोटे गरीब व्यापारियों को अतिक्रमण के नाम पर हटाने या तोड़फोड़ करने का प्रशासन का कदम उचित नहीं है रोज कमाने खाने वाले छोटे-छोटे व्यापारियों का रोजगार छीन कर प्रशासन क्या दिखाना चाहता है नगर पालिका परिषद अपने ही गरीब नागरिकों को क्यों बेरोजगार बना रही है यह समझ से परे है एक तरफ शहर के अंदर बड़े-बड़े धन्ना सेठ सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण करके इमारत खड़ा कर लिए हैं फिर भी उनके विरुद्ध अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नहीं की जाती और दूसरी तरफ गरीबों की गुमटीओ को हटाकर नगर पालिका या प्रशासन क्या बताना चाहता है प्रदेश शासन के निर्देश पर माफियाओं के विरुद्ध की गई कार्यवाही तो प्रशंसनीय है परंतु गरीबों की रोजी-रोटी छीन ना समझ से परे है इस विषय पर नगर पालिका एवं जिला प्रशासन को एक बार पुनः विचार करना चाहिएl
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